मैं अभी एक दिन पहले एक दिन एक प्रापर्टी बेचेने के चक्कर में एक कलोनो में घूम रहा था (मैं समय निकाल कर प्रापर्टी ब्रोकर का भी काम करता हु )....उस समय पर मैं एक घर के सामने कुछ भीड़ देखा ..उत्सुकता बस मैं भी उस भीड़ वाली जगह पर मेरी कार खड़ी ..कर दिया और कार से ही झाकने लगा की क्या माजरा है ..? (माफ़ करे मैं भी भारतीय हु ..भीड़ देखा और मनोरंजन करने के लिए ठहर गए ...आदत है हम भारतीयियो की)....
मैंने देखा की उस भीड़ में एक महिला करीब ३०-३२ साल के आस पास की थी रोड पर बैठ कर रो रही थी ...और घर के देहली से एक महिला लगभग ५५-५८ साल की रही होगी ...जोर जोरी से चिल्ला रही थी की नासपीटी ने मेरे बच्चे को खा लिया ...और अब मुझे खाने के लिए बैठी है घर में कही मर भी नहीं जाती ...कही जा कर ....मुझे अचानक लगा की रोड में बैठी हुई महिला को मैं पहचान रहा हु ..मैं कार से नीचे उतर कर देखा तो पता चला की ये तो हमारे संस्थान से PGDCA का कोर्ष कर रही है ...मैंने नजदीक गया और पूछा की क्या है ,ज्योति क्या ये सब ,,,ओ ज्योति ने सर्मिन्दा होते हुए रोड से उठ गई और बोली की सोरी सर ....मैंने कहा टीक है ..कोई बात नहीं पर ये सब क्या है रोड में इसतरह से आप जैसे पढी लिखी महिला करेगी ...तो समाज में क्या संदेस जाएगा .??..ज्योति ने फिर से sorry बोला और घर के अन्दर चली गई ...बुजुर्ग महिला का भी चिल्लाना बंद हो गया ओ भी अन्दर चली गई ....मैं वापस अपने कार में बैठने लगा तो अक ६५ साल के बुजुर्ग आये मेरे पास और बोले की सर चलिए घर ...मैंने उन बुजुर्ग का आग्रह नहीं ठुकराया और उनके घर गया ...चुकी ज्योति मेरी स्टूडेंट है ..इस कारन मेरी आव -भगत कुछ ज्यादा ही हो रही है ..मैं वह पर बैठकर बाते करने लगा ..बात बात में पता चला की ज्योति का उनके सास से बिलकुल नहीं पटती है ...कारण पूछने पर पता चला की ज्योति की सास का ममना है की ज्योति के कारण ही उनके पुत्र का निधन हुआ ..जबकि जहा तक मेरी जानकारी मिली उससे ज्योति के पति की मृतु दुर्घटना में हुई ..अब इसमें ज्योति का क्या दोष ? .फिर कुछ देर बाद ज्योति आई मेरे सामने............
क्रमश ....समय मिला तो आगे लिखुगा ..बहुत ही दर्दनाक हकीकत है .....
मैंने देखा की उस भीड़ में एक महिला करीब ३०-३२ साल के आस पास की थी रोड पर बैठ कर रो रही थी ...और घर के देहली से एक महिला लगभग ५५-५८ साल की रही होगी ...जोर जोरी से चिल्ला रही थी की नासपीटी ने मेरे बच्चे को खा लिया ...और अब मुझे खाने के लिए बैठी है घर में कही मर भी नहीं जाती ...कही जा कर ....मुझे अचानक लगा की रोड में बैठी हुई महिला को मैं पहचान रहा हु ..मैं कार से नीचे उतर कर देखा तो पता चला की ये तो हमारे संस्थान से PGDCA का कोर्ष कर रही है ...मैंने नजदीक गया और पूछा की क्या है ,ज्योति क्या ये सब ,,,ओ ज्योति ने सर्मिन्दा होते हुए रोड से उठ गई और बोली की सोरी सर ....मैंने कहा टीक है ..कोई बात नहीं पर ये सब क्या है रोड में इसतरह से आप जैसे पढी लिखी महिला करेगी ...तो समाज में क्या संदेस जाएगा .??..ज्योति ने फिर से sorry बोला और घर के अन्दर चली गई ...बुजुर्ग महिला का भी चिल्लाना बंद हो गया ओ भी अन्दर चली गई ....मैं वापस अपने कार में बैठने लगा तो अक ६५ साल के बुजुर्ग आये मेरे पास और बोले की सर चलिए घर ...मैंने उन बुजुर्ग का आग्रह नहीं ठुकराया और उनके घर गया ...चुकी ज्योति मेरी स्टूडेंट है ..इस कारन मेरी आव -भगत कुछ ज्यादा ही हो रही है ..मैं वह पर बैठकर बाते करने लगा ..बात बात में पता चला की ज्योति का उनके सास से बिलकुल नहीं पटती है ...कारण पूछने पर पता चला की ज्योति की सास का ममना है की ज्योति के कारण ही उनके पुत्र का निधन हुआ ..जबकि जहा तक मेरी जानकारी मिली उससे ज्योति के पति की मृतु दुर्घटना में हुई ..अब इसमें ज्योति का क्या दोष ? .फिर कुछ देर बाद ज्योति आई मेरे सामने............
क्रमश ....समय मिला तो आगे लिखुगा ..बहुत ही दर्दनाक हकीकत है .....
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