मंगलवार, 2 अप्रैल 2013

क्रिकेटर धोनी और भगवान विष्णु का अवतार ???

इंडिया टुडे वाले धोनी को भगवान विष्णु का अवतार बता रहे हैँ क्या ये अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर सही है ?

और अगर हाँ तो कभी दूसरे सम्प्रदायोँ के पूज्य लोगोँ का भी मजाक बनाने की हिम्मत जुटाओ..तो जाने की मीडिया निस्पछ है ..!

मोहम्मद साहब के कार्टून और इनोसेँस ऑफ मुस्लिम के विरोध मेँ मार काट मच जाती इसलिये लोग डरते हैँ उनकी आस्था पर चोट पहुँचाने से...सत्य है ना !

लेकिन यहाँ तो मकबूल फिदा हुसैन द्वारा बनाई गई देवी देवताओँ की नन्न तस्वीरोँ, ऑस्ट्रेलिया मेँ बिकनी पर माँ लक्ष्मी के चित्र ओर भगवान गणेश के अपमान , बियर की बोतल पर काली माँ और जूते पर देवता के चित्र के बाद भी कोई कुछ नहीँ कहता ऐसा क्यों ?

हाँ ये अलग बात है यहाँ दा विँची कोड पर बैन लग सकता यहाँ सलमान रश्दी तस्लीमा नसरीन पर भी बैन लग सकता..क्योकि ओ इस्लाम kइ सच्चाई बयान किया था ...!

कमल हसन की मुवी मेँ काँट छाँट हो सकती लेकिन स्टूडेँट ऑफ द इयर से "राधा" गाना नहीँ हटाया जा सकता क्यों ?

विचार करे किधर जा रहा है सनातन ? क्या इस तरह हम अपनी कायरता का परिचय नहीं दे रहे है ?

!! शीतलाअष्टमी पूजा का बैज्ञानिक उद्देश्य !!

सुप्रभात मित्रो...जय हिन्द जय भारत ..जय जय श्री राम....! 



     सनातन धर्म में जितनी भी पूजा पाठ है उसका कोई न कोई बैज्ञानिक आधार जरुर है ..पर हम लोगो ने उस बैज्ञानिक को जानने की कोशिस नहीं किया और अंध विस्वास का नाम दे दिया इसी में एक पूजा है  माँ शीतलाअष्टमी की जानिये क्या मह्त्व है इस पूजा का ...!

शीतलाअष्टमी पूजा   का उद्देश्य बैज्ञानिक तरीके से कुछ इस प्रकार से है ...

1) मौसम के संक्रमण काल में, जबकि चेचक फ़ैल सकता है, एक दिन पूरे घर की सफाई, और रसोई में कोई काम नहीं, मतलब गन्दगी से छुटकारा...।

2) आंशिक उपवास जो स्वस्थ के लिए लाभ दायक है..।
3) होली के बचे हुए सामान या कचरे को घर से बाहर निकालने की क्रिया....।

4) जो भी मीठा या पूरिया बनी होती है, उनको किसी ऐसी जगह चौराहे पे रख आना, जिस से वोह जरूरतमंद जीवो के काम आ जाये...।

5) इस के बाद गर्मिय शुरू हो जाती है, तो अधिकार घर में तले भुने पकवान बंद हो जायेंगे, इसीलिए उन्हें बना कर गर्म खाने को भी मना किया जाता है, जिस से पेट में अपच की शिकायत न हो..।

6) चूँकि हम बहुत जल्दी कुछ सीखना या समझना नहीं चाहते, इसीलिए अगर किसी देवी/ देवता के साथ इसको जोड़ दिया जाये, तो अंधभक्ति में ही सही, हम इसको पूरा तो कर लेंगे..!


By-
UmaShanker Sharma ji