हिन्दुओं का इतिहास काफी गौरवशाली है और ये कोई धर्म गौरवशाली हिन्दू धर्म के सामने "धूल बराबर भी नहीं" है ! इसीलिए हरामी सेक्युलरों और देश के गद्दारों द्वारा ये महसूस किया गया कि जबतक हिन्दू अपने गौरवशाली इतिहास से अवगत रहेंगे तब तक हिन्दुओं को सेक्यूलर नामक नपुंसक बनाना नितांत असंभव है ! इसीलिए ऐसे गद्दारों ने हमारे स्कूलों के पाठयक्रम को अपना सबसे मजबूत हथियार बनाया ताकि हिन्दुओं के मन में बचपन से ही हीन भावना भरी जा सके और धीरे-धीरे सेक्यूलर नामक नपुंसक हिन्दू में परिवर्तित कर दिया जाए!
इस तरह करते-करते आज स्थिति इतनी दयनीय हो गयी है कि हिन्दू संस्कारों और धर्म की बात करने पर विधवा प्रलाप करने वाले तथा बात-बात पर छाती कूटने वाले सेक्यूलर लोग एवं मीडिया इस बात पर कभी भी छाती कूटते नजर नहीं आते हैं !
आप खुद ही देखें कि हरामी सेक्युलरों और देश के गद्दारों द्वारा स्कूलों में कैसी शिक्षा दी जा रही है और कैसे धीरे-धीरे उन्हें हिंदुत्व से दूर करते हुए उनमे हीन भावना भरकर उन्हें सेकुलर नामक नपुंसक जीव बनाया जा रहा है !
क्या कोई सेक्यूलर या बुद्धिजीवी मुझे इन बातों का तर्कसंगत जबाब दे सकता है कि ऐसा क्यों है.....?
1. जो जीता वही चंद्रगुप्त ना होकर, जो जीता वही सिकन्दर "कैसे" हो गया? (जबकि ये बात सभी जानते हैं कि सिकंदर को चन्द्रगुप्त मौर्य ने बहुत ही बुरी तरह परास्त किया था जिस कारण सिकंदर ने मित्रता के तौर पर अपने सेनापति सेल्युकश कि बेटी की शादी चन्द्रगुप्त से की थी)
2. महाराणा प्रताप "महान" ना होकर अकबर "महान" कैसे हो गया? (जबकि अकबर अपने हरम में हजारों हिन्दू लड़कियों को रखैल के तौर पर रखता था जबकि महाराणा प्रताप ने अकेले दम पर उस अकबर के लाखों की सेना को घुटनों पर ला दिया था)
3. सवाई जय सिंह को "महान वास्तुप्रिय" राजा ना कहकर शाहजहाँ को यह उपाधि किस आधार मिली? (जबकि साक्ष्य बताते हैं कि जयपुर के हवा महल से लेकर तेजोमहालिया {ताजमहल} तक महाराजा जय सिंह ने ही बनवाया था)
4. जो स्थान महान मराठा क्षत्रपति वीर शिवाजी को मिलना चाहिये वो क्रूर और आतंकी औरंगजेब को क्यों और कैसे मिल गया?
5. स्वामी विवेकानंद और आचार्य चाणक्य की जगह गांधी को महात्मा बोलकर हिंदुस्तान पर क्यों थोप दिया गया?
6. तेजोमहालय- ताजमहल, लालकोट- लाल किला, फतेहपुर सीकरी का देव महल-बुलन्द दरवाजा एवं सुप्रसिद्घ गणितज्ञ वराह मिहिर की मिहिरावली (महरौली) स्थित वेधशाला- कुतुबमीनार क्यों और कैसे हो गया?
7. यहाँ तक कि राष्ट्रीय गान भी संस्कृत के वन्दे मातरम की जगह गुलामी का प्रतीक "जन-गण-मनहो गया" कैसे और क्यों हो गया?
8. और तो और हमारे अराध्य भगवान् राम, कृष्ण तो इतिहास से कहाँ और कब गायब हो गये पता ही नहीं चला आखिर कैसे?
9. हद तो यह कि हमारे अराध्य भगवान राम की जन्मभूमि पावन अयोध्या भी कब और कैसे विवादित बना दी गयी हमें पता तक नहीं चला !
कहने का मतलब ये है कि हमारे दुश्मन सिर्फ बाबर, गजनवी, लंगड़ा तैमूरलंग ही नहीं हैं बल्कि आज के सफेदपोश सेक्यूलर भी हमारे उतने ही बड़े दुश्मन हैं जिन्होंने हम हिन्दुओं के अन्दर हीन भावना भर हिन्दुओं को सेक्यूलर नामक नपुंसक बनाने का बीड़ा उठा रखा है !
ये वही लोग हैं जो हर हिन्दू संस्कृति को भगवा आतंकवाद का नारा देते हैं और नरेन्द्र भाई मोदी जैसे हिंदूवादी और देशभक्त को आगे बढ़ने से रोकना चाहते हैं ताकि उनके नापाक मंसूबे हमेशा पूरे होते रहें !
लेकिन चाहे कुछ भी हो जाए हमलोग उनके ऐसे नापाक मंसूबों पर पानी फेरते हुए हिन्दुस्थान को हिन्दुराष्ट्र बना कर ही रहेंगे !
मित्रो इस पोस्ट को सेकुलरो की कान आँख तक पहुचायें..