सुप्रभात मित्रो....जय हिन्द जय भारत ..जय जय श्री राम.।
दोस्तों मेरे कई राजपूत मित्र हमेसा कहते है की दिग्विजय सिंह राजपूत है ,राहुल सिंह बाघेल उर्फ़ राहुल भैया (स्वर्गीय अर्जुन सिंह जी के पुत्र ) बर्तमान में MP में बिपक्ष के नेता (२०१३/२०१४ के भावी मुक्यमंत्री) ये दोनों राजपूत नेता है आप इनका समर्थन क्यों नहीं करते है ? शिवराज सिंह चौहान को क्यों सपोट करते है ओ तो नकली राजपूत है । तो भाई लो सुन लो मेरी खरी खरी बाते मेरे लिए वही मेरा नेता है जो इस देश प्रदेश,मध्यप्रदेश का विकास करे।
" भारत सरकार के अनुशार मध्यप्रदेश की विकाश दर बड़े राज्यों में अब्बल है ! प्रदेश की सकल घरेलु उत्पाद दर वर्ष 2002 -2003 में
- 4 .1 % की नकारात्मक वृद्धि दर बढ़कर अब 2012 - 2013 में 10 .02 % हो गई है । मध्यप्रदेश ने बीमारू राज्य से झुजारु राज्य और फिर सुचारू राज्य का सफ़र तय किया है । बीजेपी के मात्र 9 वर्ष के शाशन काल में देश का सर्वश्रेस्ट प्रदेश बन गया है ।
जहां पूरे विश्व में आर्थिक मंदी का माहौल बना हुआ है, वहीं मध्य प्रदेश को विकास दर आकर्षक दोहरे अंकों में रहने की उम्मीद है। राज्य ने 2011-12 में स्थिर कीमतों पर विकास दर 11.81 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। राज्य विधानसभा में आज पेश किए गए आर्थिक समीक्षा 2012-13 में कहा गया है कि 2010-11 में विकास दर 7.13 फीसदी थी।
हालांकि राज्य की अर्थव्यवस्था में प्राथमिक क्षेत्र का योगदान 2004-05 से लगातार गिर रहा है, जो इसकी अर्थव्यवस्था का आधार है। समीक्षा में कहा गया है कि राज्य की अर्थव्यवस्था में प्राथमिक क्षेत्र का योगदान 2011-12 में 27.66 फीसदी से गिरकर 23.45 फीसदी रहा। हालांकि इसमें पिछले साल के 22.45 फीसदी की तुलना में मामूली बढ़ोतरी हुई है
2011-12 के दौरान स्थिर कीमतों पर विकास दर 19.02 फीसदी अनुमानित है। कृषि क्षेत्र में वर्ष 2007-08 में -2.57 फीसदी और 2010-11 में -1.59 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है।
आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि मध्य प्रदेश में स्थिर कीमतों (आधार वर्ष 2004-05) पर प्रति व्यक्ति आय 2011-12 (त्वरित अनुमान) में बढ़कर 24,395 रुपये पर पहुंच गई है, जो 2010-11 में 22,091 रुपये थी। इसमें कहा गया है कि इसी तरह चालू कीमतों पर प्रति व्यक्ति आय 2011-12 के दौरान 37,994 रुपये पर पहुंच गई है, जो 2010-11 में 32,223 रुपये थी।
आर्थिक समीक्षा में द्वितीयक क्षेत्र या विनिर्माण क्षेत्र की रफ्तार में इजाफे का श्रेय केंद्र सरकार की मदद को दिया है। द्वितीयक क्षेत्र की वृद्धि दर 7.30 फीसदी रहने का त्वरित अनुमान लगाया गया है। लघु उद्योगों ने इस क्षेत्र की वृद्धि दर में काफी योगदान दिया है।
राज्य में करीब 20,105 सूक्ष्म और लघु उद्योगों ने 415.17 करोड़ का निवेश किया है और इससे 46.5 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन हुआ है। समीक्षा में कहा गया है, 'वर्ष 2012-13 (दिसंबर तक) में 12,22,000 सूक्ष्म और लघु उद्योगों ने राज्य में निवेश किया है, जिससे 27 लाख 79 हजार रोजगार असवरों का सृजन हुआ है। केंद्र सरकार ने राज्य की मदद के लिए हाथ बढ़ाया और इसके नतीजतन 2008 से 2011 के दौरान राज्य में प्रस्तावित पूंजी निवेश 4,70,071 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
अब आप ही लोग निर्णय लीजिये की जाति के नेताओं का साथ दू की उसका साथ दू जो देश ,प्रदेश में सभी के लिए बिना भेदभाव के विकास करता है उसका साथ दू ?
http://hindi.business-standard.com/storypage.php?autono=69519
http://www.biztechreport.com/story/2289-interview-shri-shivraj-singh-chouhan-chief-minister-madhya-pradesh