बुधवार, 12 सितंबर 2018

"वर्ल्ड बैंक ऋण"


आज कल छैनू और उसकी गैंग एक वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के आंकड़ों का हेर फेर कर के एक न्यूज लिंक शेयर कर रही है "डेली हंट" की, सबसे पहली बात रिपोर्ट वर्ल्ड बैंक की है तो ये डेली हंट की लिंक क्यों शेयर कर रहा है छैनु और उसका गैंग...?? दूसरी बात सर्वज्ञानी पत्रकार छैनू के पास हर विषय का ज्ञान है तो ऑफिशियल आंकड़े क्यों नहीं शेयर करता है?? ऑफिशियल डाटा क्यों नहीं शेयर कर रहा है...???
अब देखिए वर्ल्ड बैंक का कितना कर्ज है भारत पर..... 👇
📌 1990 : 19.12 Bn$ (अरब डॉलर)
📌 1996 : 25.44 Bn$ (अरब डॉलर)
🙌 रेन कोट वाले मौनी बाबा (वित्त मंत्री के रूप में) : वर्ल्ड बैंक ऋण में 33% की वृद्धि हुई थी...
📌 2003 : 26.50 Bn$ (अरब डॉलर)
📌 2013 : 38.19 Bn$ (अरब डॉलर)
🙌 रेन कोट वाले मौनी बाबा (प्रधानमंत्री के रूप में) : वर्ल्ड बैंक ऋण में 44% की वृद्धि हुई थी...
📎 'अटल बिहारी वाजपेयी' की सरकार के दौरान विश्व बैंक ऋण स्थिर था और 'नरेंद्र मोदी' की सरकार के दौरान विश्व बैंक ऋण में गिरावट दर्ज की गई है।
🖇️ जीडीपी अनुपात में ऋण
📌 यूपीए (10 Years) : औसत लगभग ~74.0% 
📌 एनडीए (04 Years) : औसत लगभग ~69.1%
🙌 पिछले 4 वर्षों के दौरान भारत का 'जीडीपी अनुपात में ऋण' औसत लगभग ~ 4.9% घट गया है....
📎 जीडीपी अनुपात (प्रासंगिक कार्यकाल के लिए) के रूप में ऋण का भी बेहतर समझ के लिए विश्लेषण किया जा सकता है।
निष्कर्ष :
😊 तथ्य : भारत 2015 तक वर्ल्ड बैंक से ऋण लेने वाला सबसे बड़ा देश था, लेकिन आखिरी 3 साल में भारत ने अपनी ऋण स्थिति में सुधार करने के साथ वर्ल्ड बैंक से ऋण लेने की राशि में भारी कमी की है...
🙌 1945 से 21 जुलाई 2015 तक वर्ल्ड बैंक का भारत पर 102.1 बिलियन डॉलर का ऋण था जो आज 3 सालो में सिर्फ 8.17 बिलियन डॉलर बढ़ कर 110.27 बिलियन डॉलर है...
✊ 2014 में वर्ल्ड बैंक की कमेटी ने 3 साल में भारत के लिए 18 बिलियन डॉलर ऋण देने की सीमा निर्धारित की थी लेकिन भारत ने अभी तक सिर्फ 8.17 बिलियन डॉलर ऋण लिया है...
यूआरएल लिंक :
https://data.worldbank.org/indicator/DT.DOD.MWBG.CD?locations=IN&view=chart

क्या बदला : 2014 से पहले और 2014 के बाद

"क्या बदला : 2014 से पहले और 2014 के बाद"
एक वो दौर था, जब हमको गैस सिलेंडर बुक कराने के लिए 1 महीना पहले घंटो लाइन में लगना पड़ता था, फिर 1 महीना बाद जब नंबर आता था तो घंटो लाइन में लग कर सिलेंडर लेना पड़ता था, कम दाम पर सब्सिडी वाले सिर्फ 6 सिलेंडर मिलते थे उसके बाद दोगुना पैसे देने पड़ते थे...
और ये एक दौर है जब हमको गैस सिलेंडर बुक करवाने के लिए गैस ऑफिस नहीं जाना पड़ता, घर बैठे बैठे फोन घुमाते ही गैस बुक हो जाती है, 1 महीने का इंतजार नहीं करना पड़ता, लाइन में नहीं लगना पड़ता क्युकी सिलेंडर बुकिंग के अगले दिन ही घर पहुंच जाता है, कम दाम पर पूरे 12 सिलेंडर मिलते है और कभी कभी तो यह स्थिति होती है कि सिलेंडर बुक करवा लिया अगले दिन सिलेंडर वाला डिलीवर करने आया तो उसको मना करना पड़ता है कि भईया जाओ अभी गैस खाली नहीं हुई है, हमको क्या मालूम था कि इतनी जल्दी आ जाएगा, अगले दिन ही टपक पड़ोगे..
अच्छा इस समस्या से बचने के लिए मेरे घर में 2 सिलेंडर है, पहले दोनों अलग अलग कंपनी के थे, एक इंडेन, एक सूर्या फिर मैंने किसी होटल वाले से अपना सिलेंडर बदल लिया, मतलब इंडेन को सूर्या से बदल दिया, अब मेरे पास एक ही कंपनी के 2 गैस सिलेंडर हो गए, तो यह दिक्कत नहीं होती है पर फिर भी कभी कभी सिलेंडर वाले अंकल को मना करना पड़ता है क्युकी दोनों सिलेंडर भरे हुए होते है (जिनमें से एक खाली होने ही वाला होता है पर उस दिन पर खाली नहीं होता जिस दिन सिलेंडर देने आते है अंकल)
अच्छा अब इतना लिखने के बाद मुझे कुछ याद आ रहा है हल्का हल्का, सुनिए....
मई 2014 जब नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री बने तब मुझे राजनीति में रुचि नहीं थी, यहां तक कि 2.5 साल बीत जाने के बाद भी मुझे राजनीति में दिलचस्पी नहीं थी, 8 नवंबर 2016 की शाम तक मुझे राजनीति में दिलचस्पी नहीं थी, मेरे लिए मोदी जी सिर्फ एक सामान्य देश के पीएम थे बस मतलब इतना कुछ इंटरेस्ट नहीं था मुझे....
अब हुआ क्या सुनिए, जब मोदी जी पीएम बने तो उन्होंने बड़े पैमाने पर भ्रष्ट सिस्टम को सुधारने का काम शुरू किया, उन्हीं सुधारों में से एक सुधार ये था कि सभी को अपने गैस कनेक्शन आधार से लिंक करवाने होंगे, और इसके लिए बैंक खाते भी आधार से लिंक करवाने होंगे, बैंक खाता नहीं खुला है तो खाता खुलवाओ, फिर गैस ऑफिस में जाओ अपने गैस कनेक्शन से अपना बैंक खाता और आधार कार्ड लिंक करवाओ (हालांकि मुझे राजनीति में रुचि ना होने के कारण मालूम नहीं था कि मोदी जी क्या कर रहे है) अब इस आधार कार्ड लिंकिंग प्रक्रिया की तब ना समझ थी इतनी ना कोई ज्ञान और मेरा खुद का आधार कार्ड नहीं बना था, मेरे परिवार में किसी का आधार कार्ड नहीं बना था तब तक....
जैसे आज कुछ छछूंदर उछलते है और मोदी सरकार का विरोध करते रहते है हर बात पर, वैसे ही मै भी एक दिन सुबह एक होटल पर खड़ा अखबार पढ़ रहा था और खस्ता छोला खा रहा था, अब ये आधार से लिंकिंग वाली चीज नई थी, और उस वक़्त लोग अपना गैस कनेक्शन आधार से लिंक करवाने के लिए काफी परेशान भी हुए, लाइन लगानी पड़ी, कई बार कुछ गलतियों की वजह से ekyc फॉर्म रिजेक्ट हुआ दुबारा भरना पड़ा दुबारा, तिबारा लाइन में लगना पड़ा, बैंक में भी परेशानी उठानी पड़ी, ऐसी ही कोई खबर अखबार में भी छपी थी तो मैंने होटल वाले अंकल से बोला कि "अंकल जी ये मोदिया बड़ा परेशान करे है जनता को, धत्त ये भी कोई बात हुई, ये कैसा नेता है, इससे अच्छा तो कांग्रेस का राज था कम से कम जनता इतनी परेशान तो ना थी" "कह रहा है कि बैंक खाता खुलवाओ उसको आधार से लिंक करवाओ और फिर अपना गैस कनेक्शन भी बैंक खाते व आधार से लिंक करवाओ" फिर एक दिन पढ़ा की मोदी ने कहा है कि गैस सब्सिडी छोड़ दो, अब हम फिर बोल पड़े "ई का नौटंकी है, क्यों छोड़े भाई हम सब्सिडी, हम तो नहीं छोड़ेंगे" (हालांकि मुझे इसके पीछे मोदी जी की मंशा का बिल्कुल पता नहीं था, बिल्कुल आज के छछूंदरों के जैसा ही था)....
अब तब तो बात समझ ना अाई थी कि मोदी जी क्या कर रहे थे, पर आज यह बात जब याद आ रही है और उस वक़्त को याद कर रहा हूं तो खुद पर हसी आ रही है....
आज उस कष्ट का परिणाम देश के सामने है, 8 करोड़ गरीब/माध्यम वर्ग परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया जा रहा है, 5.42 करोड़ माताओं बहनों को अब तक उज्ज्वला के माध्यम से गैस कनेक्शन दिया जा चुका है, गैस के लिए मारा मारी नहीं करनी पड़ती, लाइन नहीं लगानी पड़ती, ब्लैक मार्केटिंग जो उस वक़्त चरम पर थी वो लगभग समाप्त हो चुकी है, सबको आसानी से गैस मिल जाती है, घर पर पहुंच जाती है, 1 महीना 15 दिन पहले बुकिंग नहीं करवानी पड़ती है, बुकिंग करवाने ऑफिस नहीं जाना पड़ता है, फोन से घर बैठे बुकिंग होती है, सब्सिडी का पैसा सीधे बैंक खाते में आता है, मतलब गैस सिलेंडर से जुड़ी सभी समस्या ही समाप्त हो चुकी है....
मै प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का जितना धन्यवाद करूं उतना कम है, उन्होंने पूरे देश को इस बड़ी समस्या से मुक्ति दिलाई है, इस क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त किया है, ऐसे ही मोदी जी अन्य क्षेत्रों में व्याप्त परेशानियों, भ्रष्टाचार को दूर कर रहे है, सरल, सुगम और सुलभ बना रहे है, एक नए भारत, न्यू इंडिया का निर्माण कर रहे है....
✍️ Abhijeet Srivastava