क्रिकेटर धोनी और भगवान विष्णु का अवतार ???
इंडिया टुडे वाले धोनी को भगवान विष्णु का अवतार बता रहे हैँ क्या ये अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर सही है ?
और अगर हाँ तो कभी दूसरे सम्प्रदायोँ के पूज्य लोगोँ का भी मजाक बनाने की हिम्मत जुटाओ..तो जाने की मीडिया निस्पछ है ..!
मोहम्मद साहब के कार्टून और इनोसेँस ऑफ मुस्लिम के विरोध मेँ मार काट मच जाती इसलिये लोग डरते हैँ उनकी आस्था पर चोट पहुँचाने से...सत्य है ना !
लेकिन यहाँ तो मकबूल फिदा हुसैन द्वारा बनाई गई देवी देवताओँ की नन्न तस्वीरोँ,
ऑस्ट्रेलिया मेँ बिकनी पर माँ लक्ष्मी के चित्र ओर भगवान गणेश के अपमान ,
बियर की बोतल पर काली माँ और जूते पर देवता के चित्र के बाद भी कोई कुछ
नहीँ कहता ऐसा क्यों ?
हाँ ये अलग बात है यहाँ दा विँची कोड पर बैन लग सकता यहाँ सलमान रश्दी तस्लीमा नसरीन पर भी बैन लग सकता..क्योकि ओ इस्लाम kइ सच्चाई बयान किया था ...!
कमल हसन की मुवी मेँ काँट छाँट हो सकती लेकिन स्टूडेँट ऑफ द इयर से "राधा" गाना नहीँ हटाया जा सकता क्यों ?
विचार करे किधर जा रहा है सनातन ? क्या इस तरह हम अपनी कायरता का परिचय नहीं दे रहे है ?
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