रविवार, 21 जुलाई 2024

अम्बेडकर के बारे में भ्रम और वास्तविक सत्य।

▪️1- भ्रम - अम्बेडकर बहुत गरीब थे !
सत्य - जिस समय फोटो लेना लोगों के लिए सपना था उस समय अम्बेडकर के बचपन की बहुत सारी फोटो है वो भी कोर्ट, पैंट और टाई में !
▪️2-भ्रम - अम्बेडकर ने सुद्रों को पढ़ने का अधिकार दिया था!
सत्य - अम्बेडकर के पिता स्वयं उस समय सेना में सूबेदार थे, बिना शिक्षा के क्या!
▪️3-भ्रम - आंबेडकर को शुद्ध होने के कारण पढ़ने नहीं दिया गया।
सत्य - उस समय अम्बेडकर को बड़ोदरा, गुजरात के क्षत्रिय राजा सियाजी गायकवाड़ा को छात्रवृत्ति देकर विदेश पढ़ने भेजा था। साथ ही ब्राह्मण गुरुजी ने अपना उपनाम अम्बेडकर दिया।
▪️4-भ्रम- महिलाओं को पढ़ने का अधिकार अम्बेडकर ने दिया था!
सत्य- अम्बेडकर के समय 20 उच्च शिक्षित महिलाओं का संविधान लिखने में महत्वपूर्ण योगदान था।
▪️5- भ्रम- अम्बेडकर ने आरक्षण दिया था!
सत्य - आरक्षण जिस संविधान में 389 सदस्य थे, अम्बेडकर का एक ही वोट था उसमें आरक्षण सबके वोट से मिला।
▪️6-भ्रम - संविधान के संस्थापक अम्बेडकर थे।
सत्य - अम्बेडकर संविधान की प्रोटोटाइप समिति के अध्यक्ष थे, स्थायी समिति के अध्यक्ष सर्वोच्च विद्वान डॉ राजेन्द्र प्रसाद थे।
जय श्री राम...🚩🚩

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