!!केजरीवाल जी द्ववारा बीजेपी अध्यक्ष गडकरी जी पर लागाये गए आरोप और उसकी सचाई पर एक नजर !!
-भाइयो,
पिछले 15 दिनों से इंडिया अगेंस्ट करप्शन के लोग एक बात बोल रहे थे की वे
लोग विपक्ष के किसी बड़े नेता का भांडाफोड़ करेंगे | लेकिन लगता है भांडाफोड़
करते करते शायद उनकी खुद की पोल खुल गयी | IAC सदस्य अंजलि दमानिया की
बहुप्रतीक्षिhttp://www.bhaskar.com/article/NAT-farmer-named-by-iac-missing-wife-living-in-fear-3940379-NOR.html?HT2=त इस भांडाफोड़ से किसीको क्या मिला शायद अरविन्द केजरीवाल ही
ज्यादा अच्छे से बता सकते हैं |
भाइयों आईये पॉइंट बाय पॉइंट कल के घटनाक्रम के वारे में कुछ बात करते हैं |
अरविन्द केजरीवाल का कहना था अपने पद का दुरूपयोग करके नितिन गडकरी जी ने
100 एकर जमीन हथियाली है | अरे भाई काहेका पद का दुरूपयोग | आप जिस जमीन के
बारे में बात कर रहे हो वो जमीन आखिर है कहा पहले ये तो जानलो | 1982 में
तत्कालीन महारास्ट्र सरकार ने एक सिंचाई परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण
किया | और उस अधिग्रहण का मुआबजा 1987 में किसानो को दे दिया गया | अरविन्द
केजरीवाल का कहना है महारास्ट्र सरकार ने नितिन गडकरी को फायदा पहुचाने के
लिए जानबूझ कर जरुरत से ज्यादा जमीन अधिग्रहण की है | जरा याद करो भाइयों
भारतीय जनता पार्टी की प्रतिस्ठा 1980 को हुई थी और तब न बीजेपी देश का
प्रमुख विपक्षी दल था और न तब नितिन गडकरी की कोई ऐसी हसियत थी की उनके लिए
कोई पॉवर का मिसयूज करे | अपने सब से पहले पॉइंट में ही ये मार खा गए | ये
जमीन 2005 को एक cheritable trust को मिला जिसके मुखिया नितिन गडकरी नहीं
हैं | और आप लोगो को याद होगा 2009 को नितिन गडकरी बीजेपी के रास्ट्रीय
अध्यक्ष बने न की 2005 में. तो ये कहना सरासर गलत हुआ की नितिन जी अपने
ओहदे का फायदा लिया | आते हैं दुसरे पॉइंट पर वो ट्रस्ट ने जमीन हथियाई
कैसे | वो ट्रस्ट ने सरकार को एक खुला ख़त लिखा था की जो 100 एकर जमीन खली
पड़ी हुई है वो जमीन ट्रस्ट को दे दिया जाये तो वह उस पर खेती करेंगे | वो
जमीन सरकार ने ट्रस्ट को मात्र 11 साल के लीज पे दी है | जिसमे खेती ही
होती है | मतलब जिस मकसद से वो जमीन ली गयी थी उसी मकसद में ही उसका उपयोग
हो रहा है | क्या अरविन्द केजरीवाल ये बात जानते हैं उस जमीन में गन्ने के
पोधा उगाया जाता है जिसे विदर्भ के किसानो को आधे रेट में दिया जाता है |
अगर कोई ट्रस्ट किसानो के हित में कोई कार्य करता है तो इसमें गुनाह क्या
है | अगर सरकार से गरीब किसानो को हित में लिया हुआ कोई मदद गलत है तो जरा
उन अंजनी दमानिया से ये सवाल पहले किया जाना चाहिए था वो भी तो खुद को एक
किसान बताके सरकार से जमीन मांगे थे | इन्होने और एक आरोप ये लगाया की डैम
का पूरा पानी नितिन जी के पॉवर प्लांट में ले लिया जाता है जबकि सच्चाई ये
है की मात्र 0 .85 % पानी ही उनके प्लांट को दिया जाता है |
अरे भाई
कुछ नहीं बस इनको अपना एक राजनितिक दल अभी खड़ा करना है तो इनको भी सबको
दिखाना ही है न वो ही बेहतर हैं और बाकि सब चोर हैं | लेकिन वो एक बात और
भूल जाते हैं जब ये जमीन हड़पने का आरोप दुसरे के ऊपर लगते हैं तब वो ये
कैसे भूल जाते हैं की उन्हीके ही टीम के एक साथी प्रशांत भूसन और उनके पिता
के ऊपर भी ऐसे ही कई सरे आरोप है | पहले वो प्रशांत भूसन का पर्दाफाश
क्यूँ नहीं करते | ये जिस आरोप लगा रहे हैं नितिन गडकरी के ऊपर ये आरोप अगर
लगाना ही था तो पहले ये लोग एनसीपी और अजित पॉवर के ऊपर आरोप लगाते | ये
कहते हैं नितिन गडकरी बिज़नस मैन है | हाँ वो है एक बिज़नस मैन | क्या एक
व्यापारी को राजनीति नहीं करनी चाहिए | ये कहते हैं नितिन जी एक बिल्डर है |
लेकिन क्या इनको ये पता है नितिन जी घर बनाके गरीबों को नो प्रॉफिट नो लोस
में घर देते हैं | मात्र 400 रुपैया पर squarfeet में. आज आप लोग जमीन और
कंस्ट्रक्शन का हिसाब करके घर बनाके दिखा दीजिये तो आप कैसे बनायेंगे | अगर
नितिन जी गरीबों की मदद करते हैं तो इसमें बुरे क्या है |
क्या
आप लोग ये भूल गए की जब नितिन गडकरी जी महारास्ट्र के लोकनिर्माण मंत्री थे
तब कम समय में और कम लागत पर कई सरे ओवर ब्रिज बनाके दिखाए थे जो पुरे देस
में एक मिसाल था | अगर आपको भ्रस्टाचार देखना था तो उनकी मंत्रित्व समय
में वो कुछ किये थे क्या वो बताते | अरे भाई जब वो पद में रहकर कभी उसका
दुरूपयोग नहीं कए तो पद के बिना क्या करेंगे |
आखिर में एक बात और
कहना चाहूँगा अरविन्द केजरीवाल जी को | किसीके ऊपर कोई आरोप लगाने से पहले
उस आरोप में कितना दम है वो पता कर लीजिये | नहीं तो कही ऐसा न हो की लोगो
के आरोप लगाते लगाते आप हंसी के पात्र न बन जाये | आप जो हमेशा ये कहते हो
हर नेता और हर पार्टी चोर है आपकी इस धरना को बदलिए | ईमानदार लोग हर
पार्टी में होते हैं और कुछ बेईमान भी हर पार्टी में होते हैं | अगर आपको
अभी भी लगता है की नितिन गडकरी जी ने कुछ गलत किया है तो आप सुप्रीम कोर्ट
चले जाइये, महारास्ट्र सरकार और केंद्र सरकार को चिठ्ठी लिखे | दोनों ही
जगह कांग्रेस की सरकार है | उनके पास सीबीआई जैसी संस्था भी है जो उनको
हमेसा मदद करती है | इनको भी बोलिए जो आरोप आप लगा रहे हो उसकी जांच करवालो
| हम अभी विपक्ष में हैं सरकार में नहीं की हम जांच को प्रभावित कर सकते
हैं | और एक बात याद रखियेगा आज देश में जितने भी भ्रस्टाचार उजागर हुआ है
उसमे कहीं न कही बीजेपी का योगदान है | महारास्ट्र के सिंचाई घोटाला को
किसी और ने नहीं बीजेपी के ही एक एम् एल ऐ ने उजागर किया | कोयला घोटाला का
उजागर भी प्रकाश जावडेकर जी और मध्य प्रदेस के एक बीजेपी एम् पि ने किया |
इसीलिए ये आरोप भी लगाना गलत ही है की बीजेपी भ्रस्टाचार के मामले में कुछ
नहीं करती | जरा खुद के अन्दर झाकिये | कही ऐसा न हो की आपकी विस्वसनीयता
ख़तम हो जाये और लोग वो आरोप को भी संजीदगी से लेना छोड़ दे जिस आरोप में कुछ
दम हो कुछ सच्चाई हो | आपके इसी अदुरदर्सिता का नतीजा ही है की जो
सुब्रमण्यम स्वामी हमेशा आपके साथ खड़े रहते हैं जो न्यूज़ चैनल वाले हमेशा
आपको पहले जगह देते हैं किसीने भी आपकी बातों को उतना महत्वा नहीं दिया |
सुब्रमण्यम स्वामी ने तो संजय निरुपम से ये भी पूछा की वो एंटी करप्शन की
धरा नंबर तो बतादो जिससे नितिन गडकरी के अगेंस्ट में कोई मुकद्दमा चलाया जा
सके |
वन्दे मातरम |
भारत माता की जय |
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