जज साहब मणिपुर मामले पर गुस्सा हो गए हैं ।
लेकिन मेरे सवाल हैं माननीय CJI साहब और न्यायपालिका से
- जज साहब, आप गुस्सा होने के बजाय जल्दी फैसले सुनाने का प्रबंध क्यों नहीं करते ?
- आप गुस्सा होने के बजाय कुछ ऐसा क्यों नहीं करते कि अदालत के चक्कर काटते हुए आम नागारिक की चप्पलें न घिसें ?
-जैसे आपने तिस्ता सीतलवाद के लिये समय निकाला वैसे आम नागरिकों के लिये समय क्यों नहीं निकालते ?
- आप गुस्सा होने के बजाय आम आदमी को तारीख पर तारीख देने के सिस्टम में बदलाव क्यों नहीं करते ?
- जज साहब, आप गुस्सा होने के बजाय बलात्कारियों को फांसी पर लटकाने का आदेश क्यों नहीं देते ?
- जज साहब, निर्भया के बलात्कारियों के बाद किसी भी अन्य बलात्कारी को फांसी पर क्यों नहीं लटकाया गया ?
- जज साहब आप गुस्सा हो रहे हो न ? जबकि दिल्ली की ही अदालत ने श्रद्धा के 35 टुकड़े करने वाले आफताब को फांसी पर लटकाने का फैसला देने के बजाय उसे गर्म कपड़े और किताबें देने का निर्देश दिया था
गुस्सा करने वाले जज साहब आपको याद है न ?
- 2021 में बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा में 7 हजार महिलाओं के साथ अत्याचार किया था (Source: फैक्ट फाइंडिंग कमेटी) लेकिन आप न तो गुस्सा हुए और न ही सजा सुनाई
- बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद 60 साल की बूढ़ी दादी का उनके पोते के सामने घर में घुसकर गैंगरेप किया था, आपको गुस्सा क्यों नहीं आया? अगर आया तो अभी तक उन हैवानों को तारीख पर तारीख देने के बजाय फांसी की सजा क्यों नहीं सुनाई ?
- बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद 17 साल की नाबालिग किशोरी को घर से घसीटकर जंगल ले जाया गया जहां उसके साथ 5 लोगों ने गैंगरेप किया, आपको गुस्सा क्यों नहीं आया? अगर गुस्सा आया तो अभी तक फांसी की सजा क्यों नहीं सुनाई ?
- नादिया में नाबालिग किशोरी के साथ TMC नेता के बेटे की जन्मदिन पार्टी में गैंगरेप किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई जिस पर CM ममता बनर्जी ने कहा कि ये तो लव अफेयर था. इस पर आपको गुस्सा क्यों नहीं आया जज साहब ? अगर आया तो उन हैवानों को अभी तक फांसी पर क्यों नहीं लटकाया गया ?
माननीय CJI साहब क्या आप बताएंगे कि
- दिल्ली में साक्षी को साहिल ने चाकुओं से गोदकर, पत्थर से कुचलकर मार डाला. क्या आपको इस पर गुस्सा नहीं आया जज साहब ? अगर आया तो सारे प्रमाण सामने होने के बाद भी अभी तक साहिल को फांसी पर क्यों नहीं लटकाया गया ?
- चंद्रचूड़ साहब, 8 जुलाई को बंगाल के हावड़ा में TMC नेताओं ने एक महिला के कपड़े फाड़े, उसके शरीर को नोंचा और निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया. इस आपको गुस्सा क्यों नहीं आया ?
- कन्हैयालाल, उमेश कोल्हे, निशांक राठौर, प्रवीण नेत्तारू, शानू पांडेय की हत्या/सर तन से जुदा पर आपको गुस्सा नहीं आया जज साहब ? अगर आया तो सारे प्रमाण सामने होने के बाद भी इनके हैवानों को अभी तक फांसी क्यों नहीं दी गई ?
- जज साहब, भारतवर्ष की हजारों बेटियां हैं, जो रेप/गैंगरेप की शिकार हैं. न्याय का इंतजार कर रही हैं लेकिन आपको इस पर गुस्सा क्यों नहीं आता जज साहब ? क्यों बलात्कार के मामलों में जल्द सुनवाई कर न्याय सुनिश्चित नहीं किया जाता ?
- जज साहब, 90 के दशक का अजमेर रेप कांड सुना है आपने ? 250 से ज्यादा बेटियों का रेप/गैंगरेप किया गया था. 30 साल बाद भी एक भी सिंगल बलात्कारी को फांसी नहीं हुई है. क्या आपको इस पर गुस्सा नहीं आता जज साहब ?
जज साहब, मैं भारतवर्ष का एक आम नागरिक हूं, मणिपुर की घटना पर आपको गुस्सा आ गया तो मुझे भी आ गया, इसलिए मैंने गुस्से में ही ये सवाल पूछे हैं. क्या आप जवाब देंगे जज साहब ? अगर दे पाए तो मुझे लगता है कि देश अति प्रसन्न होगा जज साहब
CJI साहब,अगर आपको सच मे गुस्सा आ रहा है न तो एक काम करो. रेप के जिन मामलों में सीधे प्रमाण उपस्थित हैं, उनको तारीख पर तारीख देने के बजाय फैसला सुनाओ, बलात्कारियों को फांसी पर लटकाने का आदेश सुनाओ
जिस दिन नियमित अंतराल पर बलात्कारी फांसी पर झूलने लग जाएंगे,बहन-बेटियां सुरक्षित हो जाएंगी, निर्वस्त्र कर उनकी परेड निकालने की हिम्मत कोई नहीं कर पाएगा वैसे लगता नहीं है कि आप ऐसा कर पाएंगे क्योंकि न्यायपालिका की क्रेडिबिलिटी आम जन के बीच खत्म सी हो चुकी है. इसका कारण यही है कि जज साहब को भी नेताओं और अभिनेताओ की तरह सेलेक्टिव मामलों पर गुस्सा आता है।अतः मैं सभी ग्रुप के सदस्यों से विनती करूंगा इसी पोस्ट को माननीय नायमूर्ति तक पहुंच जाए।
जय श्रीराम ....
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