शुक्रवार, 25 मई 2018

2019 और 2024 में मोदी को वोट क्यों दूंगा .......?



मैं मोदी को 2019 और 2024 में वोट दूंगा क्योंकि.......
 हिन्दू के जीवित रहने के लिये उसके भारत का आर्थिक रूप से उद्धार और सशक्त होना एक अनिवार्यता है। 70 के दशक से पहले इस्लाम क्या था और मुस्लिम मानसिकता क्या थी? पेट्रो डॉलर आया और रातो रात अमीर बना मध्य एशिया सर दर्द बन गया। द्वितीय विश्वयुद्ध से पहले अमेरिकी क्या था? एक व्यापारी जो इस युद्ध के समाप्त होने पर युद्ध से ही कमा कर सुपर पावर बन गया। जर्मन नस्ल हमेशा जुझारू थी और 30 के दशक के उद्द्योगिकरण ने उसे योरप का बेताज बादशाह बना दिया। सोवियत रूस भी जब तक अपनी अमीरी को सहेज सका तब तक उसकी तूती ही बोलती थी। आज चीन वह चीन नही है जो 70 के दशक का था। 80 के दशक से जो अमीर बनने की उसने ठानी तो आज दूसरे नम्बर पर और 20 वर्षो बाद एक नम्बर का राष्ट्र होने का सपना पाल रहा है। 

मेरे कहने का सीधा मतलब है 21वी शताब्दी में वही जीतेगा जो भीख पर नही जिंदा है। 21वी शताब्दी में वही नस्ल इस्लाम और वेटिकन से बचेगी जो आर्थिक रूप से शक्तिशाली होगी क्योंकि आर्थिक शक्ति ही स्वाभिमान, आत्मविश्वास और अस्तित्व को बचाने के संघर्ष को शक्ति देती है।

9485 किमी लम्बे 6 डेडिकेटेड फ्रेट कोरिडोर्स का काम या तो समाप्त हो गया है या फिर समय से शुरू हो गया है।(2, 2014 के बजट में और 3, 2016 के बजट में पास हुये थे और 1 प्रस्तावित है।

5747 किमी लम्बे 24 नये पास हुये व प्रस्तावित प्रमुख रेल लिंक्स का समय से काम या तो शुरू हो चुका है या वे बनाये जाचुके है।

18637 किमी लम्बे(कुल 28) ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे व 66117 किमी लम्बे नेशनल हाईवे जो पास हो चुके है या प्रस्तावित है उन पर काम या तो पूरा हो चुका है या फिर समय से शुरू होकर, टाईमटेबल के अनुसार उस पर काम चल रहा है। 

486 सिविल इंक्लेवज़(वायुसेना के वे हवाई अड्डे जिनका उपयोग जनता की हवाई यात्रा के लिए उपयोग किया जासकता है) के काम मे गति पकड़ी हुई है जो उड़ान स्कीम के तहत आरसीएस एयरपोर्ट(रिजिनल कनेक्टिविटी स्कीम एयरपोर्ट) के रुप में काम करने लगेंगे। 

वर्तमान के 134 हवाईअड्डो के अतिरिक्त प्रस्तावित नये 31 हवाईअड्डो( अंतराष्ट्रीय व डोमेस्टिक)के बनने व पुरानो के आधुनिकरण का काम समयबद्ध शुरू हो चुका है या फिर कार्य पूरा हो चुका है। 

जम्मू कश्मीर व नार्थ ईस्ट राज्यो में15945 मेगावाट हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट या तो पूरा हो चुका है या फिर समय से चालू होकर समयबद्ध, कार्य प्रगति में है। 

जम्मू कश्मीर व नार्थ ईस्ट राज्यों में 7 बड़े पुलों व 5 बड़ी सुरंगों का काम समय से शुरू हो गया है या उनका काम समय से पूरा हो चुका है।

175 गीगा वाट की रिन्यूएबल एनर्जी(सोलर और वायु) का लक्ष्य जो 2022 तक प्राप्त करना निर्धारित था वह समय से पहले लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। 2014 मेंभारत की कैपेसिटी सिर्फ 32 गीगा वाट की थी।

53880 मेगावाट कैपेसिटी के न्यूक्लियर रिएक्टर को समय से ही अधिष्ठापित कर दिया गया है। 2014 तक भारत मे 4780 मेगावाट की सिर्फ कैपेसिटी थी।

सामरिक रूप से महत्वपूर्ण 12.5 मिलियन मैट्रिक टन क्षमता के, अतरिक्त 4 नये क्रूड ऑयल रिज़र्व फैसिलिटी को बनाया जारहा है। इससे पहले भारत की 5.33 मिलीं मैट्रिक टन की क्षमता थी। 

बुलेट ट्रेन, मुम्बई ट्रांस हार्बर लिंक, स्टेचू ऑफ यूनिटी, शिवजी मेमोरियल, सेतुसमुद्रम परियोजना ऐसी महत्वकांशी परियोजनाओं का काम, प्रस्तावित चरणानुसार समयबद्ध तरीके से पूरा होता जारहा है। 

27 नये मेट्रो प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है जबकि 2014 तक सिर्फ 6 मेट्रो परिजेक्ट थे।

पूरे भारत मे 23 मोनो रेल परियोजना, 3 सब अर्बन रेल ट्रांजिट परियोजना, 3 रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम पर काम चल रहा है। वे या तो पूरे हो चूके है या फिर उनका समयानुसार कार्य प्रगति पर है। 

पूरे भारत मे14 हाई स्पीड रेल कोरिडोर्स और 11 सेमी हाई स्पीड कोरिडोर्स पर या तो काम पूरा हो चूका है या कार्य चरणानुसार समय से चल रहा है।

पास हो चुके या प्रस्तावित नये 7 आईआईटी, 7 आईआईएम, 7 आईआईआईटी पर या तो काम शुरू हो चुका है या पूरा हो चुका है। 

घोषित या प्रस्तावित 12 नये आईआईआईएम और 82 नए मेडिकल कॉलेज या तो बन चुके है या फिर उन पर काम शुरू हो चुका है।

दूरगामी परिणामो को देने वाली महत्वपूर्ण योजनायें जैसे कि रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट, गंगा क्लीनिंग, रिवर वाटरवेस, रिवर फ्रेट कॉरिडोर, स्मार्ट सिटी इत्यादि की शुरवात की गई है और आगे के दशक में भारत के चेहरे को बदल देगी।

भारतमाला परियोजना जिसके अंतर्गत 44 इकनोमिक कोरिडोर्स, 66 इंटर कोरिडोर्स और 116 फीडर रुट्स, 5K एनएच की 6-8 लेनिंग, 3300 किमी की बॉर्डर रोड्स और लुक ईस्ट के अंतर्गत 2000 किमी की इंटर नेशन रूट को जोड़ना, सब समय से पूरा हो जाये।

सागरमाला परियोजना जिसमे 6 प्रस्तावित विशाल बंदरगाह और उससे जुड़े 415 छोटी परियोजनायें समय से पूरा हो। इस वक्त भारत मे 12 बंदरगाह है। 

अति महत्वपूर्ण अंतराष्ट्रीय परियोजनायें जैसे कि आईऐनिस्टिसि(INSTC), तापी(TAPI), इंडिया रूस और इंडिया ईरान गैस पाइपलाइन, ईरान और इजराइल गैस फील्ड, इंडिया सऊदी आयल रिफाइनरी, अंतराष्ट्रीय नौसेना व सैनिक अड्डो का काम समय से पूरा हो जाय। 

2 डेडिकेटेड डिफेंस कोरिडोर्स, 5 नये इंडस्ट्रियल कोरिडोर्स और 21 नये नोडल इंडस्ट्रियल सिटीज का पूरा विकास हो। 

जिन बड़ी डिफेंस डील जैसे एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम, 36 अतरिक्त रफले लड़ाकू जहाज, 114 मीडियम मल्टी रोल कॉम्बकट एयरक्राफ्ट(MMRCA 2), तेजस एम के II, 6 एस एस एन न्यूक्लियर पनडुब्बी, भारतीय वायुसेना के दो नए स्क्वार्डन, प्रोजेक्ट 75I के  अंतर्गत 6 पनडुब्बी, 4 मल्टी रोल सपोर्ट वेसेल(MRSV), एचएएल में फिफ्थ जनरेशन का एडवांस्ड मीडियम कॉम्बेट ऐयरक्राफ्ट(AMCA) का निर्माण इत्यादि तेजी से और बिना किसी भृष्टाचार के फाइनल हो रही है वे समयावधि में पूरी हो जाय। जिन योजनाओं को लेकर नये भारत के निर्माण का स्वपन देखा है जैसे आयुष्मान भारत, मुद्रा योजना, उज्ज्वला योजना, हाउसिंग फ़ॉर आल, ग्राम सड़क, स्वच्छ भारत इत्यादि पूरी गति को प्राप्त करते हुये, भारत के आखिरी छोर पर खड़े आदमी को उसका पूरा लाभ मिले और उसके साथ भारत का भी जीवन बदल जाये।

Avinash Srivastava के अंग्रेजी के लेख पर आधारित पुष्कर अवस्थी जी के वाल से !
(कुछ संसोधन मेरे द्वारा किया गया)
#NSB

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