सम्मानीय अमिताभ शर्मा जी आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की श्री अर्जुन सिंह बाघेल जी के समय तक मेरा पूरा परिवार कट्टर कांग्रेसी था हमारा पूरा परिवार कांग्रेस के सिवा किसी को वोट ही नहीं यहाँ तक की 1977 की जनता पार्टी की लहर में भी कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ा ! हमने दिग्गविजय सिंह चौहान की पहली पंचवर्सीय में कांग्रेस को ही वोट दिया ! पर दिग्गी का 10 साल का कु- शासन मैंने मेरी आँखों से देखा है ! सायद तब आप चढ्ढी का नाडा बाधना सीख रहे होंगे ! दिग्गी ने रोड,बिजली,पानी सब खा गए ! मध्यप्रदेश गरीब,बीमारू,भुख्खड़ राज्य की श्रेणी में आ गया ! रोड के नाम पर गढ्ढे और बिजली के नाम पर कुल 5 घण्टे बिजली देवास जैसे शहरो में रहती थी ! गाँव में बिजली क्या होती है गाँव वाले तब जानते थे जब दिन भर में एक बार बल्ब का फिलामेंट् चमकता था और फिर दस पंद्रह मिनट बाद बुझ जाता था इस तरह जानते थे बिजली को ! बिजली आने पर गाँव वाले खुसी से चिल्लाते थे ''अरे बिजली आई-बिजली आई,घर से अन्धेरा भगाई'' ! भरी दोपहरी में लू से बेहाल गाँव के लोग किसी पेड़ के नीचे पड़े रहते थे ! शहर के लोग पंखा झलते आलू का भुर्ता जैसे सिकते हुए पड़े रहते थे ! रात के 12 बजे लाइट आती और जैसे ही नींद आती 2 बजे लाइट चली जाती ! रात भर छत में मच्छरों से नुचवाते हुए सुबह होती ! देवास से भोपाल जाने के लिए सिंगल लें रोड में 5 - 6 घंटे लगते थे ! मेरे गाँव से रीवा मात्र 65 किलोमीटर दूर है जहां आने- जाने के लिए 5 घण्टे बस में लगते थे ! आज भोपाल से देवास सिर्फ 2 घंटे में पहुचँ जाते है ! मेरे गाँव से रीवा की दूरी मात्र 1 घंटे 20 मिनट में प्यूरी हो जाती है ! देवास में एक केन पानी (35 लीटर पानी) के लिए हम तरसते थे, सायकल में यही ड्रम लटककर दो दो किलोमीटर दूर से पानी लाते थे और दो ड्रम पानी में पूरा दिन काम चलाते थे ! आज घर घर नर्मदा जी का पानी पहुँच गया, यहां तक की पहली मंजिल में पानी सीधे टंकी पर चढ़ता है ! शिवराज में में मध्यप्रदेश में बिजली जाने पर पेपर में छप जाता है की आज एक घंटे बिजली नहीं आरही ! दिग्गी राज में में बिजली आने पर पेपर की न्यूज़ बनती थी की आज तीन दिन बाद बिजली आई !
कांग्रेस के समय मेरे यहाँ धान न के बराबर होती थी ! पर आज इतने क्विंटल धान होती है की बात दूंगा तो कहेंगे सेखी बघार रहे है ! इस पैदावार के पीछे भरपूर बिजली मिलती है सिचाई के लिए इसी तरह गेहूं के उत्पादन में 500 % की बृद्धि हुई है ! मेरे क्षेत्र में इतने साल के कांग्रेसी शासन में पानी की कोई ब्यवस्था नहीं किया ! पर शिवराज जी ने नहर निकालने का काम सुरु कर दिया ! मुश्किल से 4 साल में नहर से पूरा क्षेत्र सिंचित हो जाएगा !
मैं अर्जुन सिंह जी से लेकर तो दिग्विजय सिंह तक कांग्रेस को सिर्फ इस लिए वोट देते थे क्योकि दोनों नेता हमारी राजपूत जाति से है ! अर्जुन सिंह तो हमारे सगे बाघेल परिवार से है ! पर जाति का मोह तब टूटा जब हमें जाति के नाम पर ''बाबा जी का ठुल्लू'' मिला ! आखिरकार हारकर बीजेपी को वोट देने लगे और बीजेपी चुनाव जीतने लगी ! आज मध्यप्रदेश का कायाकल्प हो गया ! आप कांग्रेसियों के क्षेत्र का भी कायाकल्प हुआ पर ओ आपको दिखाई नहीं देता ! अब आपको मोदी और शिवराज से चिढ होना लाजमी है क्योकि आप कांग्रेसियों का ब्यक्तिगत विकास जो रुक गया !
देवास में जब मैं 1986 में नोकरी करने आया तब आये दिन कर्फ्यू लगा रहता था ! ड्यूटी आते-जाते कई बार पुलिस वालो की लाठी खाई ! शांतिदूत झुण्ड के झुण्ड इकठ्ठे होकर देवास में कही भी बबाल खड़ा कर देते थे ! कांग्रेसी सत्ता चुपचाप इनका हाँथ पाँव जोड़ती थी तब जाकर शांतिदूत सांत होते थे ! आपके इंदौर में ''बाम्बे बाजार'' में सिलबट्टा फेक कर एक हेड कॉन्सटेबल को बालाबेग ने मार डाला था याद है ? बम्बई बाजार के मुसलमानो का कितना आतंक था इंदौर में पता होगा आपको !
तो हमारे भाई अमिताभ जी मुझे किसी कांग्रेसी नेता से कोई ब्यक्तिगत बिरोध नहीं है ! मुझे न तो बीजेपी रोटी देती है और न ही कांग्रेस ! मैं तो एक सामान्य ब्यक्ति हूँ जिसे रोजी रोटी कमाने का माहौल चाहिए जो बीजेपी ने दिया और कांग्रेस ने छीना ! मुझे चिढ है तो कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण नीति से ! मुझे चिढ है तो कांग्रेस के परिवार वाद से ! मुझे चिढ है तो कांग्रेस के भ्रष्टाचारवाद से ! मुझे चिढ है तो कांग्रेस की हिन्दू बिरोधी नीति से मुझे चिढ है तो कांग्रेस की ''टंच माल'' संस्कृत से ! मुझे चिढ है तो कांग्रेस की .........अरे कितना लिखू भाई साहब बहुत से कारण है जिससे कांग्रेस से दूर हुआ ! खैर आप नहीं मानेगे क्योकि आपके आँखों में एक विदेशी बार बाला की आकर्षक गुलामी का रंगीन चस्मा जो लगा रखा है ! लगे रहिये मुझे कोई आपत्ति नहीं ! पर आप एक ब्राह्मण है कम से कम ब्राह्मण के नाते तो कांग्रेस की हिन्दू बिरोधी नीति को समझिये ! आगे आपकी इच्छा !
-
नोट --: बिहार के लोग तो जातिवाद पर चुनी सरकार से पछता रहे है ! पर उत्तरप्रदेश के मित्रो अभी मौका आपके पास है ! आप ये सुनहरा मौका नहीं छोड़े !
नोट --: बिहार के लोग तो जातिवाद पर चुनी सरकार से पछता रहे है ! पर उत्तरप्रदेश के मित्रो अभी मौका आपके पास है ! आप ये सुनहरा मौका नहीं छोड़े !
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें