इस ब्लॉग में मेरा उद्देश्य है की हम एक आम नागरिक की समश्या.सभी के सामने रखे ओ चाहे चारित्रिक हो या देश से संबधित हो !आज हम कई धर्मो में कई जातियों में बटे है और इंसानियत कराह रही है, क्या हम धर्र्म और जाति से ऊपर उठकर सोच सकते इस देश के लिए इस भारतीय समाज के लिए ? सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः। सर्वें भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद दुःख भाग्भवेत।। !! दुर्भावना रहित सत्य का प्रचार :लेख के तथ्य संदर्भित पुस्तकों और कई वेब साइटों पर आधारित हैं!! Contact No..7089898907
मंगलवार, 1 जून 2021
मध्य भारत (मध्यप्रदेश) के प्रथम पत्रकार/प्रकाशक
रीवा राज्य के भूतपूर्व सेनापति श्री महाराज कुमार लाल बलदेव सिंह बाघेला ने सन 1887 में रीवा में मध्य भारत का पहला प्रेस “भारत-भ्राता प्रेस ” स्थापित किया और पहला अखबार “भारत-भ्राता” नाम से निकालना प्रारम्भ किया. इसी प्रेस से उन्होंने रीवा महाराज रघुराज सिंह जूदेव के सभी ग्रन्थ जैसे आनंदाम्बुनिधि,रुक्मिणी परिचय , राम स्वयम्बर,भक्ति विलास,जगन्नाथ शतक आदि मुद्रित कराकर प्रकाशित कराए । सन 1895 में लाल बलदेवसिंह एक शिष्टमंडल लेकर महाराज वेंकट रमण सिंह से मिले और उनसे दफ्तरों में उर्दू लिपि के स्थान पर हिन्दी भाषा के उपयोग का अनुरोध किया , परिणाम स्वरुप महाराजा के आदेश से सम्पूर्ण दफ्तरों में हिन्दी में काम होने लगा. लाल बलदेवसिंह का जन्म बसंत पंचमी रविवार 17 जनवरी 1869 को सतना जिला के ग्राम देवराजनगर हुआ. सन 1890 में उन्हें रीवा राज्य का सेनापति नियुक्त किया गया. सन 1903 में 35 वर्ष की उम्र में उनका देहांत हो गया ।
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