गाजियावाद में अखिलेश ने हज हाऊस का उद्घाटन किया.इस हज हाऊस का बजट 1300 करोड़ रु था
यह एशिया के सबसे सुन्दर हज हाऊसों में से एक है...
यह एशिया के सबसे सुन्दर हज हाऊसों में से एक है...
मै एक आम नागरिक होने के नाते अखिलेश भईया, उन्के समर्थकों,एंव सभी सपाईयो से ये पूछना चाहता हुँ और ये उनकी जिम्मेदारी भी है ! कि वो मुझे और सभी उत्तर प्रदेश वासीयों को इसका जवाब पूरी ईमानदारी के साथ दे....
1) क्या सपा सरकार ने इतनी लागत से कभी किसी मन्दिर का निर्माण भी कराया है अगर नही तो क्यो...?
2) इतनी लागत से बने इस हज हाऊस का यूपी राज्य के विकास में कितना योगदान है...?
3) अगर इतना पैसा किसी और योजना मे लगता तो क्या राज्य का विकास नही होता...?
4) यह सरकारी खजाने से खर्च कि गई रकम है या किसी की निजी खजाने से...?
5) इसके रख रखाव के लिए रखे जाने वाले कर्मचारी के वेतन पर हर महीने लाखों खर्च होने वाली रकम सरकारी खजाने से दी जायेगी या निजी खजाने से...?
6) अगर यह रकम सरकारी खजाने से खर्च की गई है,और हर महीने की जायेगी तो मेरे अखिलेश ये पैसा हम आम जनता की मेहनत का वो एक हिस्सा है जो हम टैक्स के रूप में सरकार को देते है ! यह किसी के बाप का पैसा नही है कि जहाँ मन किया वहाँ खर्च किया जाये...
7) अगर यहाँ सरकारी पैसा लगा है तो क्या यह पैसै की बरबादी नही है....?
8) अगर यहाँ सरकारी पैसा लगा है और ये पैसे की बरबादी भी नही है तो क्या यह हम हिन्दुओ के साथ पक्षपात नही है....?
9)अगर ये पक्षपात है तो क्या हम हिन्दुओ को मान लेना चाहिये कि सपा बस मुसलामानों की सरकार है...?
10) यह सभी को दिखता हुआ सरकार का एक पक्षपात पूर्ण रवैया है ! तो फिर सपा सरकार हम हिन्दुओ से किस आधार पर वोट की उम्मीद करती है या हम हिन्दू किस आधार पर सपा को वोट दें....?
...
यह 10 सवाल मेरे उन हिन्दू भाईयो की आँखे खोलने के लिए काफी है जो तन,मन,धन से सपा सरकार के साथ जुड़े हैं ! अगर अभी भी उन्की आँखे नही खुली तो या तो वो अपने निजी हित के लिए सपा के साथ है ! उन्हे धर्म और समाज से कोई मतलब नही है या फिर उनको जन्मजात अन्धा मान लिया जाऐ....
हिंदुओं की आँखे खोलने के लिये आज इतना ही काफी है इति सिदम्
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