हिन्दुओ को लगातार अपमानित करने क़ा फैसन चल पड़ा है जब कोई प्रसिद्धि प्राप्त करता है तो उसके निशाने पर हिन्दू ही होता है.एम्.ऍफ़.हुसेन को भी भारत माता क़ा नंगा चित्र बनाया हिन्दुओ को और अपमानित करने हेतु सरस्वती माता जो बिद्य की देवी है उनका भी नंगा चित्र बनाया .इतना ही नहीं प्रधान मंत्री की बेटी जो इतिहासकार भी है ,ने लिखा की सीता जी के लक्ष्मण जी नाजायज सम्बन्ध थे ,हनुमान एक बन्दर था जो बहुत ही कामुक था .इसमें परेसान होने की कोई बात नहीं है क्यों की सेकुलर क़ा अर्थ हिन्दू धर्म क़ा बिरोध.बामपंथी सरकार से अलग होने पर भी उच्चतम शैक्षिक शंस्थानो से उन्हें हटाया नहीं गया है हिन्दू बिरोध करना ही उनका प्रथम कर्तब्य है , बामपंथियो को कोई भी भारतीय ,राष्ट्रीयता परक सामग्री अच्छी नहीं लगती .अभी हाल में सर्बोच्च न्यायालय ने एक फैसला दिया है ,कहा है की शादी से पहले लड़की, लड़का एक साथ रह सकते है ,नजीर के तौर पर जज महोदय ने भगवान कृष्ण और राधा क़ा उदहारण दिया है,यह क्या है न्यायलय से लेकर नेता ,बिधर्मी सभी अपमान करने में जुटे है .हिन्दुओ के धर्य की कबतक परीक्षा ली जाएगी .हुसेन ने मुहम्मद क़ा तो कोई नंगा चित्र बनाकर कला क़ा प्रदर्सन नहीं किया.सभी जानते है की अयोध्यामे भगवान श्री राम पैदा हुए थे ,प्रमाण भी मिल गया,लेकिन किसी जज की हिम्मत नहीं हुई की जन्मभूमि के पक्ष में फैसला दे सके,लकिन जज महोदय ने बड़ी ही आसानी यह कह दिया की राधा ,कृष्ण एक साथ रहते थे,कोई भी ब्यक्ति कितना बड़ा क्यों न हो जाय वह सर्बग्य नहीं होता प्रधान मंत्री,उच्चन्यायालय क़ा जज,कलाकार अथवा उच्चा डिग्री प्राप्त करने से कोई बड़ा विद्वान नहीं हो जाता ,हमको लगता है की जज महोदय को धार्मिक ग्रन्थ पढने की आवस्यकता है ,कृष्ण के बारे में जाने,उनके मुकुट में मोर क़ा पंख लगा है क्यों ,क्यों की वे योगेश्वर थे उनपर आरोप लगाना समस्त हिन्दू समाज क़ा अपमान है.क्या वे मुहम्मद या इशु के बारे में ऐसा बोल सकते है .उन्हें हिन्दू समाज से माफ़ी मगनी चाहिए .और सबसे निबेदन है की हिन्दू समाज की धर्य की परीक्षा न ले..............
अब हम क्या कर सकते है......इस देश में वोट के लिए ऐसा ही होगा......
जवाब देंहटाएंसब समय पर छोड़ देना चाहिए.........
हिंदू धर्म का कोई भी आसानी के साथ उपहास उड़ा देता है.....
राम मंदिर अयोध्या में शायद कभी नहीं बन सकता है.........