शुक्रवार, 11 जनवरी 2013

!! सेक्युलर और सांप्रदायिक सरकार में अंतर !!

राजकीय सम्मान से दी अंतिम विदाई : देश पर जान न्योछावर करने वाले शहीद सुधाकर को बंदूकें झुकाकर सम्मान सैनिकों ने सम्मान दिया।
श्री शिवराज सिंह चौहान जी श्रधांजलि दिए
भारत पाकिस्तान सीमा पर शहीद हुए २ भारतीय सेना के बलिदानी जवानो में से १ हेमराज का अंतिम संस्कार कल मथुरा जनपद में हुआ .इस मौके पर उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव जी की सेक्युलर सरकार का कोई मंत्री तो छोडिये कोई प्रशासनिक अधिकारी तक नहीं पंहुचा ...जबकि दूसरी बलिदानी जवान का सुधाकर सिंह बाघेल के अंतिम संस्कार आज मध्य प्रदेश के सीधी जनपद में हुआ ..इसमौके पर उस शहीद सैनिक को श्रधांजलि देने मध्य प्रदेश की सांप्रदायिक सरकार के सांप्रदायिक मुख्या मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी स्वयं पहुचे और शहीद के परिवार को १५ लाख रूपये की सहायता दी ...साथ की शहीद की पत्नी को सरकारी नौकरी और गाँव में प्लाट देने का वादा किया ...साथ ही साथ शहीद के लिए समरक बनवाने का वादा किया ......बस ये ही अंतर है देश के सेक्युलर और सांप्रदायिक नेताओ में...
सीधी। देश की सीमा पर अपना जीवन बलिदान करने वाले शहीद सुधाकर सिंह को गुरुवार को अंतिम विदाई नम आंखों से दी गई। सुधाकर सिंह का पार्थिव शरीर गुरुवार सुबह करीब 6:35 बजे डढ़िया गांव लाया गया। रात से ही सैकड़ों लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए इकट्ठा थे।  सीमा पर शहीद सुधाकर सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सीधी जिले के डढ़िया गांव में उनके शव को बड़े भाई सत्येंद्र ने मुखाग्नि दी। 
 
शिवराज बोले-जवाब देना होगा 
 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस दौरान कहा कि पाक की कायराना हरकत से पूरे देश में गम है, मन में पीड़ा व दिल में गुस्सा भी है। उन्होंने कहा कि यदि इजराइल के साथ ऐसा हुआ होता तो इसका तुरंत जबाव मिलता। पाक की नापाक हरकत पर दो टूक फैसला होना चाहिए। जैसे का तैसा व्यवहार करना होगा। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने  शहीद के परिजन को 15 लाख रुपए की मदद और पत्नी को नौकरी और जमीन देने की घोषणा की।
अर्थी को कन्धा देते हुए MP के CM जी
 
शहीद को सलामी देते हुए MP के CM जी
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह बाघेल भी शहीद के अंतिम संस्कार के मौके पर सम्मान देने के लिए पहुंचे। उन्होंने दुख के पलों में सुधाकर की मां को सांत्वना दी।हलाकि अजय सिंह जी अपने नजदीकी की चुनाव क्षेत्र और इनके पिता स्वर्गीय अर्जुन सिंह जी बाघेल  के बहुत लगाव होने के कारण यहाँ पहुचे और एक बात है शहीद सुधाकर सिंह जी भी बाघेल राजपूत थे इस कारण भी इनका लगाव ज्यादा रहा होगा .....खैर जो भे है अजय सिंह जी ने समझदारी का काम किया ..कम से कम UP के CM अखिलेश जी की गलती को नहीं दोहराया .......http://www.bhaskar.com/article/MP-BPL-last-adue-to-a-javan-who-sacrifies-his-life-for-the-safty-of-borders-4144670-PHO.html?seq=1
 

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