बुधवार, 19 दिसंबर 2012

हमें ‘गुस्‍सा’ क्यों आता है ?


वैज्ञानिकों ने मस्तिष्क में पाये जाने वाले ऐसे ब्रेन रिसेप्‍टर को खोज निकाला है जो गुस्सा के लिये जिम्मेदार है.. यह मस्तिष्क रिसेप्टर एक एंजाइम है जिसका नाम मोनोएमीन आक्सीडेस ए है... इतना ही नहीं इस रिसेप्टर को बंद कर गुस्से से निजात भी दिलाई जा सकती है............
इस एंजाइम के उचित तरीके से कार्य नहीं करने से चूहों में तुरंत गुस्सा आते देखा गया है... ये रिसेप्टर मानव में भी पाए जाते हैं...
इस रिसेप्टर को बंद कर वैज्ञानिकों को चूहों को गुस्से से मुक्त करने में सफलता मिली है, जिससे गुस्सा से निजात पाने का एक नया रास्ता सामने आया है....
विज्ञान पत्रिका न्यूरोसांइस जर्नल के मुताबिक साउथ कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय और इटली के शोधार्थियों की यह खोज उन्मादी व्यवहार तथा अल्जाइमर रोग, ऑटिज्म, बाइपोलर डिसऑर्डर और सिजोफ्रेनिया जैसे कई अन्य मनोवैज्ञानिक वकृतियों के इलाज के लिए औषधि का विकास करने में मदद कर सकती है.....इस बिषय पर खोज अभी जारी है ...

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