सोमवार, 12 दिसंबर 2011

भारतीय संबिधान के निर्माता कौन ?

संविधान सभा का निर्माण भारतीय संविधान की रचना कि लिए किया गया था। द्वितीय विश्वयुद्ध की समाप्ति के बाद जुलाई १९४५ में ब्रिटेन में एक नयी सरकार बनी। इस नयी सरकार ने भारत संबन्धी अपनी नई नीति की घोषणा की तथा एक संविधान निर्माण करने वाली समिति बनाने का निर्णय लिया। भारत की आज़ादी के सवाल का हल निकालने के लिये ब्रिटिश कैबिनेट के तीन मंत्री भारत भेजे गये। मंत्रियों के इस दल को कैबिनेट मिशन के नाम से जाना जाता है। १५ अगस्त, १९४७ को भारत के आज़ाद हो जाने के बाद यह संविधान सभा पूर्णतः प्रभुतासंपन्न हो गयी। इस सभा ने अपना कार्य ९ दिसम्बर १९४७ से आरम्भ कर दिया। संविधान सभा के सदस्य भारत के राज्यों की सभाओं के निर्वाचित सदस्यों के द्वारा चुने गए थे। जवाहरलाल नेहरूजी, डॉ राजेन्द्र प्रसाद जी, सरदार वल्लभ भाई पटेल जी , श्यामा प्रसाद मुखर्जीजी, मौलाना अबुल कलाम आजाद जी आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे। अनुसूचित वर्गों से ३० से ज्यादा सदस्य इस सभा में शामिल थे। श्री सच्चिदानन्द सिन्हा जीइस सभा के प्रथम सभापति थे | किन्तु बाद में डॉ राजेन्द्र प्रसाद को सभापति निर्वाचित किया गया। भीमराव रामजी आंबेडकर जी  को निर्मात्री सिमित का अध्यक्ष चुना गया था। संविधान सभा ने २ वर्ष, ११ माह, १८ दिन मे कुल १६६ दिन बैठक की। इसकी बैठकों में प्रेस और जनता को भाग लेने की स्वतन्त्रता थी।संबिधान के निर्माण में हमेसा से ही बिवाद होते रहते है की यह संबिधान सिर्फ बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर जी ने ही रचना किया है ,तो यह एक मात्र भ्रम है ,संबिधान का निर्माण किसी एक ब्यक्ति के बस की बात नहीं थी ,बल्कि संबिधान सभा के सभी सदस्यों के सहयोग से बना है ,यह भारतीय संबिधान !
  • Sanjay Phakey, Jawaharlal Nehru, C. Rajagopalachari, Rajendra Prasad, Sardar Vallabhbhai Patel, Sandipkumar Patel, Dr Ambedkar, Maulana Abul Kalam Azad, Shyama Prasad Mukherjee, Nalini Ranjan Ghosh, and Balwantrai Mehta were some important figures in the Assembly. There were more than 30 members of the scheduled classes. Frank Anthony represented the Anglo-Indian community, and the Parsis were represented by H. P. Modi. The Chairman of the Minorities Committee was Harendra Coomar Mookerjee, a distinguished Christian who represented all Christians other than Anglo-Indians. Ari Bahadur Gururng represented the Gorkha Community. Prominent jurists like Alladi Krishnaswamy Iyer, B. R. Ambedkar, Benegal Narsing Rau and K. M. Munshi, Ganesh Mavlankar were also members of the Assembly. Sarojini Naidu, Hansa Mehta, Durgabai Deshmukh, Rajkumari Amrit Kaur and Vijayalakshmi Pandit were important women members. The first president of the Constituent Assembly was Dr Sachidanand Sinha. Later, Rajendra Prasad was elected president of the Constituent Assembly.[7] The members of the Constituent Assembly met for the first time on 9 December 1946.[7]
संविधान बनाने में आंबेडकर का योगदान ..........................( हसना मना हँ).... :))by dinesh Triphati

संविधान सभा की प्रमुख 13 समितियां :-

... समिति ----------------------अध्यक्ष
...
नियम समिति -------------------डॉ. राजेंद्र प्रसाद
संघ शक्ति समिति --------------- पं जवाहर लाल नेहरू
संघ संविधान समिति------------ पं जवाहर लाल नेहरू
प्रांतीय संविधान समिति ---------सरदार वल्लभ भाई पटेल
संचालन समिति------------------ डॉ. राजेंद्र प्रसाद
प्रारूप समिति --------------------डॉ. भीमराव अम्बेडकर
झण्डा समिति --------------------जे. बी. कृपलानी
राज्य समिति--------------------- पं जवाहर लाल नेहरू
परामर्श समिति ------------------सरदार वल्लभ भाई पटेल
सर्वोच्च न्यायालय समिति -------एस. वारदाचारियार
मूल अधिकार उपसमिति---------- जे. बी. कृपलानी
अल्पसंख्यक उपसमिति -----------एच. सी. मुखर्जी

संविधान सभा के प्रमुख सदस्य:-

कांग्रेसी सदस्य -- पं जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, के. एम. मुंशी ,टी. टी. कृष्णामाचारी, बालगोविंद खेर, राजर्षि पुरुषोत्तम दास टण्डन , मौलाना अबुलकलाम आज़ाद, चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, आचार्य जे.बी. कृपलानी, पं. गोविंद बल्लभ पंत, डॉ. राजेंद्र प्रसाद

ग़ैर कांग्रेसी सदस्य ------- डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी , एन. गोपालास्वामी आयंगर, पं. हृदयनाथ कुंजरू , सर अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर ,टेकचंद बख्शी ,प्रो. के. टी. शाह, डॉ. भीमराव अम्बेडकर ,डॉ. जयकर

महिला सदस्य ------------सरोजिनी नायडू , श्रीमती हंसा मेहता ,

सदस्यता अस्वीकार करने वाले व्यक्ति ---- जयप्रकाश नारायण, तेजबहादुर सप्रू

उम्मीद हँ आप लोग सारी असलियत समझ गए होंगे ...................:)

उम्मीद हँ बाबा साहब के बहुत भारी योगदान को देखते हुए आप सभी उनके आगे नतमस्तक हुए जा रहे होंगे
अभी भी नहीं हो रहे हँ तो एक बात और जान लीजिये '''' तथाकथित ''' और स्वयंभू मूलनिवासी , कपोल कल्पित मूलनिवासी की पटकथा लिखने वाले एक जाती वेशेष के तथाकथित भगवान् और प्रातः स्मरणीय श्रीमान बाबा जी ने मूल संविधान ''''' अंग्रेजी में''''' लिखा था
जिसमे भारत के लिए भारत और इंडिया इन दोनों ही शब्दों का प्रयोग किया गया | ......................:))
अगर अब भी आप उनके सामने नतमस्तक नहीं होते हँ तो आपका दुर्भाग्य ..... :(
फिर तो बौद्धों के सबसे बड़े अवतार दलाई लामा और उनका सहयोगी अवतारी स्टाफ '' उग्येन त्रिन्ले दोरजी '' आदि जो की उनके साथ ही साथ हमेशा अवतार लेते रहते हँ , वे लोग भी आपके लिए कुछ नहीं कर पाएंगे
अपने दुर्भाग्य के जिम्मेदार आप स्वयं हँ .......

नोट --अभी लेख पूर्ण नहीं हुआ है

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